शुक्रवार, 19 मार्च 2021

महाकाली साधना

{{{ॐ}}} 

                                                  ।#शाबर_महाकाली_साधना
            
माँ काली साधना कल्पवृक्ष के समान है जेसे कल्पवृक्ष के नीचे खड़े होने मात्र से ही समस्त कल्पना सिद्ध होने लगती हे इसीप्रकार माँ काली की साधना सिर्फ शुरू करने मात्र से ही सभी मनोरथ सिद्ध होने लगते हे
मंत्र सिद्ध है फिर भी मन मे ऐसा कुछ ना आये के मुझे अनुभव कैसे मिलेगा इसलिये किसी भी मंगलवार के दिन शाम को ९:३०से १०:३० के समय मे मंत्र का १०८ बार जाप कर लिजिये और २१ आहुती घी का दे साथ मे एक नींबू मंत्र का जाप करके चाकू से काटे तो बलि विधान भी पूर्ण हो जायेगा,नींबू को हवन कुंड मे डालना ना भूले.

अब जब भी आपको अपनी मनोकामना पूर्ण करने हेतु विधान करना हो तब जमीन पर थोडासा कुछ बुंद जल डाले और हाथ से जमीन को पौछ लिजिये.
साफ़ जमीन पर कपूर कि टिकिया रखे और मन ही मन अपनी कामना बोलिये.अब तीन बार "ओम नम: शिवाय" बोलकर कपूर जलाये और माहाकाली मंत्र का जाप करे,यहा पर मंत्र जाप संख्या का गिनती नही करना है और जाप करते समय ध्यान कपूर के ज्योत मे होना चाहिये इसलिये मंत्र भी पहिले ही याद करना जरुरी है.

कम से कम ४-५टिकिया कपूर का इस्तेमाल करे और कपूर इस क्रिया मे बुझना नही चाहिये जब तक आपका जाप पूर्ण ना हो और इतने समय तक जाप करे अन्दाज से के आपका २१ बार मंत्र जाप होना चाहिये.अब आप ही सोचिये आपको रोज कितना कपूर जलाना है.

साधना तब तक करना है जब तक आपका इच्छा पूर्ण ना हो और इच्छा पूर्ण होने
के बाद कुछ गरिब बच्चो मे कुछ मिठाई बाटे क्योकि इच्छा पूर्ण होने के खुशी मे..

मंत्र-

ll ओम नमो आदेश माता-पिता-गुरू को l आदेश कालिका माता को,धरती माता-आकाश पिता को l ज्योत पर ज्योत चढाऊ ज्योत कालिका माता को,मन की इच्छा पुरन कर,सिद्धी कारका l दुहाई माहादेव कि ll

मंत्र सिद्ध है शाबर महाकाली साधना. के करने मात्र से ही आपकी समस्त इच्छाएं पूर्ण होने लगती हे आपकी हर और से उन्नति होकर सभी बाधाएं समाप्त हो जातें हैं।

आचार्य मनोज तिवारी
सहसेपुर खमरिया भदोही
9005618107

विवाह में देरी हो रही हों तो करें यह उपाय

।।ॐ क्रीं कालिकायै नमः।।
---------------------------------------------
हर हर महादेव शिव शम्भू
------------------------------------------------
किसी भी अमावश्या के दिन आप एक नारियल लीजिये नारियल आपको पानी वाला लेना है।
अमावश्या की रात काली रात होती है।

शुक्ल पक्ष का अंतिम दिवस हो गया पूर्णिमा और कृष्ण पक्ष का आख़िरी दिन हो गया अमावश्या ।
तो आपको अमावश्या के दिन एक नारियल पानी वाला लेना है।

उस नारियल में छेद करना है नारियल में छेद करने के बाद आप उसमे पांच प्रकार की छोटी छोटी लकड़ी डाल दें।

जैसे आम की लकड़ी पीपल की लकड़ी बरगद की लकड़ी अमरूद की लकड़ी और बेल या बेर की डाल सकते हैं।
इसी में छोटा सा पत्ता पत्ते का एक टुकड़ा केले के पेड़ का भी डाल दीजिए।

अब आप एक लाल रंग के कागज लीजिये और उस कागज पर पीले रंग के स्याही से यदि यह प्रयोग कोई लड़की कोई स्त्री कर रही है।

तब वह लिखेगी मनवांछित वर देहि में।।
और अगर यह उपाय कोई पुरुष कर रहा तो वह लिखेगा मनवांछित भार्या देहि में।।

अब इस पर्ची को जिसे आप ने अभी लिखा उसे भी मोड़कर फोल्ड कर उसी छेद में जिसपर आपने पांच लकड़ी अभी डाली उसी में इसको भी डाल दीजिए।

अब आप थोड़े से बेसन लीजिये बेसन मतलब चने की आटा थोड़ा सा लेना है।
उसमे पानी डालकर उसे आटे को गूथिये उसी प्रकार जिस प्रकार गेहूं के आटे से रोटी बनाते समय गुथा जाता है।

फिर उसी से आप नारियल के इस छेद को बंद कर दीजिए जिसे आपने किया था।
इसे इस नारियल को अब उसी दिन अमावश्या के ही दिन किसी बहते हुए नदी नहर यानी जंहा पानी बहता रहता हो रुका न हो वही आप इस नारियल को विषर्जित कर दीजिए।
इस प्रयोग को आपको सुबह 7 बजे से लेकर शाम 7 बजे के बीच पूर्ण कर लेना है।

बहुत कोशिशों के बाद लड़की की विवाह न हो रही हो अच्छे रिश्ते न मिल रहे हो मनमुताबिक योग्य रिश्ते न मिल रहे हों।

लड़की के मां बाप अब हार मान कर घर बैठ गए हो निराश व नराज हो चुके हो।
इसी प्रकार लड़के को भी कोई योग्य सुशील मनवांछित वधु भार्या या पत्नी न मिल रही हो।

लड़के का उम्र अब निकलने लगा है माँ बाप रिस्तेदार हताश हो कर बैठ गए हो।

लड़की और लड़के के मां बाप उनके घर वाले अब तो यंहा तक सोच लिए की शायद हमारे बच्चे बच्चियों की जोड़ी उस ईश्वर ने बनाना ही भूल गए हैं।

ऐसे हताश निराश व नाराज लोग इस उपाय को इस प्रयोग को लगातार पांच अमावश्या पूर्ण श्रद्धा विश्वास और संकल्प के साथ पूर्ण करें।

पांच बार प्रयोग पूर्ण भी नही हुआ रहेगा और आप देखेंगे आप को आपके मनवांछित वर या वधु पत्नी पति आप को मिल चुके हैं।

--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आचार्य मनोज तिवारी
सहसेपुर खमरिया भदोही
9005618107